वो सात दिन उनके साथ बिताये हुए
कुछ ख़ुशी कुछ गम आजमाए हुए
प्यार और नफरत की वो घडी
जिन्दगी को नया रुख दिलाये हुए
गम रहा की जब तक दम में दम रहे
इस दिल के बिछड़ जाने का गम रहे
आज लिखता हूँ उनकी यादों में
मैखानें भी जाता हूँ
फिर भी दुआ करता हूँ खुदा से
की उनका प्यार कभी मेरे प्यार से कम ना रहे
वो सात दिन उनके साथ बिताये हुए ................
4 comments:
are bhai aap to pure gam m lag rahe hai
no doubt kee koshish achhi lagi...
aapka ye andaz pasand aaya....
kuch chamatkaar mai v aapko dikhaunga shayad jald hee dekhne ko mile...
nice
pyar ke liye to ek pal kafi hai .. tum to kush naseeb ho ki saat din bitye.... main to pal dundta unke sath bitya hua...
nice very nice
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