Friday, January 8, 2010

मानवता पर हमला

ये मानवता पर हमला है कुछ और नहीं कह सकते हम |
शब्दों का एक सहारा है अब और नहीं चुप रह सकते हम |

क्या ऑस्ट्रेलिया सहनशीलता का परिचय दे रही है |
छात्रो कों जला कर खुद कों अच्छा राज्य बता रही है |

कार्टून से उठी नाराजगी उनकी सभ्यता कों दर्शा रही है |
दोनों देशों के बीच के राजनयिक रिश्तों मे खटास बड्पा रही है |

देश हमारा छोटा पड़ गया विदेश पढने कों जाते हैं |
अपने माँ बाप के अरमानो कों ताबूत में लपेटे आते हैं |

3 comments:

Unknown said...

dekhyia gautam jee australia ki aukaat kya hai haamare desh ke samne .agar hum log ek baar apne desh me bahnewaali nadiyo ke thode se paani ko bhi wahan prawahit kar denge to australia khatam!aur tu aur iske liye hum bhi kam jimmeddar nahi hai hamare desh me paise waalo ka ek chiz hi sochna hai videsh me hi sab kuch ,apna desh to bekar hi hai ?ek kahawat ghar -dwar, aas padosh me bachpan se sunte aa raha hun 'घर की मुर्गी दाल बराबर 'wahi yahan par ye log charitarth kar rahe hai ??????agar aapko koi aise mahasay mile to unke rone par aap jaroor हंसियेगा
aur unko dekh kar kuch apne aur mere taraf se kah bhi dijiyega ?????aakhir aapko bhi to mauka milega desh ke elite class jinko kahte hai unse is tarah kahne ka ????

seema gupta said...

बेहद दुखद.....

regards

शशि "सागर" said...

गौतम बाबु
क्षमा चाहूँगा थोडा विलंब हो गया ....
सुन्दर रचना हुई है जो आपके सकारात्मक सोच को दर्शाने में सफल भी है |
"शब्दों का सहारा ........" बहुत ही गूढ़ बात कही है आपने ..आपको अपनी भूमिका का संज्ञान तो है |
यही तो दिक्कत है भारत में कि लोग अपनी भूमिका ही तय नहीं कर पा रहे हैं, सारे अव्यवस्था की जड़ ही यही है |
यूँ ही लिखते रहिये...अच्छा लगा पढ़ना |
शुभकामानाओं के साथ
शशि सागर

LinkWithin

Related Posts with Thumbnails